हृदय हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पूरे शरीर में रक्त पंप करता है। जब हृदय ठीक से काम नहीं करता है, तो हृदय रोग हो जाते हैं। ये रोग धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं और कई लक्षण दिखा सकते हैं।
हृदय रोग एवं उनके लक्षण
रोग का नाम | लक्षण | अधिक जानकारी |
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हृदय रोग | छाती में दर्द, सांस की तकलीफ, थकान, चक्कर आना | और पढ़ें |
हार्ट अटैक | छाती में अचानक और तीव्र दर्द, सांस की तकलीफ, मतली, उल्टी | और पढ़ें |
स्ट्रोक | अचानक कमजोरी या शरीर के एक तरफ का सुन्न होना, मुंह का टेढ़ा होना, धुंधली दृष्टि | और पढ़ें |
हाई ब्लड प्रेशर | आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन सिरदर्द, चक्कर आना, नाक से खून आना हो सकता है | और पढ़ें |
हाइपरलिपिडेमिया | आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ मामलों में हाथों और पैरों में झुनझुनी हो सकती है | और पढ़ें |
हार्ट फेलियर | सांस की तकलीफ, पैरों में सूजन, थकान, कमजोरी | और पढ़ें |
हार्ट फेलियर | सांस की तकलीफ, पैरों में सूजन, थकान, कमजोरी | और पढ़ें |
कार्डियोमायोपैथी | इस स्थिति में हृदय की मांसपेशियां कमजोर या मोटी हो जाती हैं। | और पढ़ें |
हृदय रोग के सामान्य प्रकार
- कोरोनरी धमनी रोग: यह हृदय रोग का सबसे आम प्रकार है। इसमें हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियां संकरी या बंद हो जाती हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर: उच्च रक्तचाप हृदय को अधिक काम करने पर मजबूर करता है और इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
- हृदय वाल्व रोग: हृदय के वाल्व ठीक से काम न करने से रक्त प्रवाह प्रभावित होता है।
- कार्डियोमायोपैथी: इस स्थिति में हृदय की मांसपेशियां कमजोर या मोटी हो जाती हैं।
- अनियमित दिल की धड़कन (अतालता): दिल की धड़कन अनियमित होने से हृदय की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
हृदय रोग के लक्षण
हृदय रोग के लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं और बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- छाती में दर्द: यह दर्द छाती के बीच में या बांह, गर्दन, जबड़े या पीठ में भी महसूस हो सकता है।
- सांस लेने में कठिनाई: शारीरिक गतिविधि या आराम करते समय भी सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
- थकान: लगातार थकान महसूस होना।
- सूजन: पैरों या टखनों में सूजन।
- चक्कर आना: अचानक चक्कर आना या बेहोशी आना।
- दिल की धड़कन का तेज होना या अनियमित होना: दिल की धड़कन का तेजी से धड़कना या अनियमित होना।
हृदय रोग के कारण
- अस्वस्थ जीवनशैली: धूम्रपान, मोटापा, शारीरिक गतिविधि की कमी, अस्वस्थ आहार।
- उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप हृदय को अधिक दबाव डालता है।
- उच्च कोलेस्ट्रॉल: उच्च कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक का निर्माण करता है।
- मधुमेह: मधुमेह से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
- आनुवंशिक कारक: कुछ लोगों में हृदय रोग का खतरा अधिक होता है।